Web Hosting Kya Hai ? यह कैसे काम करता है ?

Last Updated on September 28, 2023 by Anupam

आप भी वेबसाइट बना रहे है , तो आपको Domain name और web hosting  के बारे में तो पता ही होगा ,अगर नहीं पता है या और अभी इस Blogging के field में नये है तो हमारे इस पोस्ट को पूरा पढ़िये और web hosting क्या है इसकी संपूर्ण जानकारी हिंदी में प्राप्त कीजिए।

हम आपको बता दे की किसी भी वेबसाइट को Internet पर show करने के लिए ही web hosting की जरूरत होती है।  इसीलिए वेब hosting क्या है यह जानना बेहद जरूरी है , हम आपको आज इस पोस्ट के माध्यम से web hosting की पूरी जानकारी देंगे ,साथ ही इसके कितने प्रकार होते है ,इसके फायदे ,नुकसान ,आदि विषयों पर जानकारी देंगे।

Web Hosting क्या है ?

Web hosting kya hai in hindi ? वेब होस्टिंग एक प्रकार की service है जिसके माध्यम से हम अपने वेबसाइट को इंटरनेट पर अपलोड करते है। जब हम कोई वेबसाइट या ब्लॉग बनाते है उसमे बहुत सारे कंटेंट जैसे images ,videos ,pages कुछ documental file आदि को एक सर्वर पर upload करना पड़ता है। ताकि दूसरे लोग उसको internet के जरिये access कर पाएं। 

दूसरे शब्दो  में कहा जाए तो इंटरनेट में अपने वेबसाइट को अपलोड  करने के लिए एक स्पेस की जरुरत होती है उसे ही हम वेब होस्टिंग  कहते  है। 

वेब होस्टिंग के लिए एक सर्वर की जरुरत होती है जहाँ हम अपने वेबसाइट को अपलोड करते है। यह हमेशा इंटरनेट से connected रहना चाहिए ताकि हमारी वेबसाइट 24 घंटे बिना किसी परेशानी के internet user  के लिए उपलब्ध रहे। 

बहुत सारे वेब होस्टिंग कम्पनियाँ  है  जिनका खुद का पावरफुल सर्वर है जो हमारे वेबसाइट को अपने सर्वर पर अपलोड करने देते है जिसके लिए हमें इन कंपनियों को पैसा भी चुकाना पड़ता है। दरअसल इन सर्वर को हम खुद maintain नहीं कर सकते क्योंकि इनका maintenance cost  काफी अधिक होता है, इसलिए ये कम्पनियाँ हमें मासिक या सालाना पैकेज के हिसाब से ये होस्टिंग सर्विस बेचते है। और हमें इस तरह इनके सर्वर में स्पेस मिल जाता है जहाँ पर हम आसानी से अपने वेबसाइट को होस्ट कर पाते हैं।

web hosting kya hai
image credit- Pexels

Web Hosting कितने प्रकार के होते हैं ?

आज आपने जाना की Web hosting kya hai ? अब हम जानेंगे की वेब होस्टिंग के कितने प्रकार हैं और कौन कौन से हैं जिनका सबसे ज्यादा इस्तेमाल किया जा रहा है। वैसे तो मुख्य रूप से वेब होस्टिंग के  प्रकार हैं –

  1. Shared Web Hosting .
  2. VPS ( Virtual Private Server ). 
  3. Dedicated Hosting . 
  4. Cloud Web Hosting 

Shared Web Hosting –

यह वेब होस्टिंग नाम से ही स्पष्ट है ,इसमें आपका कोई private या पर्सनल सर्वर नहीं होता है। Shared web hosting में एक ही सर्वर पर बहुत सारे वेबसाइट के files स्टोर होते है। यहाँ पर एक ही सर्वर के जरिए बहुत सारे वेबसाइट होस्ट होते है। जिन लोगो का नया नया वेबसाइट है या ब्लॉग के फील्ड में अभी नए है तो वे इस shared web hosting से अपनी शुरुवात कर सकते है क्योंकि ये होस्टिंग सस्ती होती है। साथ ही जब तक आपके वेबसाइट में अच्छा खासा ट्रैफिक नहीं आने लगता तब तक आप इसका इस्तमाल कर सकते है और जब आपका वेबसाइट मशहूर हो जाये , अधिक ट्रैफिक आने लगे  तब आप अपने जरुरत के हिसाब से होस्टिंग change कर सकते हैं।

जैसा की हमने आपको बताया कि shared web hosting में एक ही सर्वर पर बहुत सारे वेबसाइट रन कर रहे होते है और जब आपके वेबसाइट पर अधिक ट्रैफिक आने लगेगी तब आपके वेबसाइट के page खुलने में वक़्त लगेगा यह इस वेब होस्टिंग का demerit है। पर जो नये bloggers है उनके लिए अपने carrier की शुरुआत करने के लिए यह अच्छा है क्योकि इसका control panel user friendly है ,आप इसे आसानी से चला पाएंगे और इसकी कीमत भी कम होती है।   

 

VPS (Virtual Private Server )-

यह एक तरह का private server है जहाँ  एक सर्वर को अलग अलग कई सारे virtual सर्वर में बाँट दिया जाता है और जिस भाग में आपका ब्लॉग या वेबसाइट होगा वहाँ दूसरा और कोई वेबसाइट नहीं आ सकता। इसे आपको किसी से शेयर करने की जरुरत नहीं है। वहाँ पे केवल आपका ही पूरा अधिकार होता है।  यह होस्टिंग बहुत secure  होती है ,इसमें आपको बेहतर performance मिलती है और साथ ही यह shared hosting के मुकाबले ज्यादा ट्रैफिक हैंडल कर सकती है।   

 

Dedicated Hosting –

अगर हम बात करे डेडिकेटेड होस्टिंग की तो इसमें पुरे सर्वर पर सिर्फ आपका  ही वेबसाइट होस्ट हो रहा होता है। यह भी कह सकते है की पूरे  सर्वर पर सिर्फ आपका ही अधिकार रहता है। इस सर्वर पर सिर्फ आपके वेबसाइट के files  स्टोर रहेंगे किसी और की वेबसाइट इसमें होस्ट नहीं होगी ,इसमें सर्वर को शेयर नहीं करना पड़ता है। यह सबसे तेज सर्वर होने के साथ ही महँगा भी है। 

जिनके वेबसाइट में हर महीने अधिक विजिटर आते है उनके लिए ये होस्टिंग सही है क्योकि यह अधिक ट्रैफिक हैंडल कर सकता है। अन्य होस्टिंग की तुलना में इसकी security ज्यादा अच्छी है। 

 

Cloud Web Hosting –

Cloud web hosting में एक नहीं बल्कि कई सारे सर्वर एक साथ मिलकर आपके वेबसाइट को होस्ट करते है जिनकी वजह से आपके वेबसाइट के सर्वर down होने के chances बहुत कम होते है। यहाँ पर ज्यादा ट्रैफिक को आसानी से हैंडल किया जा सकता है। यह उन लोगो के लिए सही है जिनकी  साइट पर high traffic होती है।

Dedicated hosting और VPS में आपके पास कम resources होते है ,यहाँ पर स्टोरेज और capacity की limits होते है। कई बार वेबसाइट पर अधिक ट्रैफिक होने पर परेशानी होने लगती है ,सर्वर डाउन होने लगता है। पर cloud web hosting में ऐसा नहीं है यह अधिक ट्रैफिक को आसानी से हैंडल कर सकता है। 

वेब होस्टिंग कैसे काम करता है ?

जैसा की हमने आपको बताया है कि वेब होस्टिंग एक प्रकार की service है ,जिसके माध्यम से हम अपने वेबसाइट को इंटरनेट पर अपलोड करते है। बहुत सारे होस्टिंग कंपनी है जो हमें होस्टिंग service provide करते हैं ,वे हमें अपने सर्वर पर हमारे वेबसाइट को रन करने के लिए स्पेस देते हैं जहाँ हम अपने वेबसाइट के files ,documents आदि को स्टोर करके रखते है।

जब कोई इंटरनेट user हमारे वेबसाइट या फिर अन्य किसी वेबसाइट के Domain name को type करता है तो उसके बाद इंटरनेट उस डोमेन नाम को उस वेब सर्वर से कनेक्ट कर देता है जहाँ पर उस वेबसाइट के files को पहले से स्टोर करके रखा गया होता है उस वेब सर्वर से कनेक्ट होने के बाद user अपने काम का  information उस वेबसाइट से प्राप्त कर लेता है। अगर हम यहाँ बात करे Shared web hosting ,VPS ,Dedicated hosting ,Cloud web hosting की  तो ये सभी होस्टिंग visitors के अनुसार ट्रैफिक हैंडल करने में सक्षम है जिससे visitor को कोई परेशानी नहीं  होती है। 

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वेब होस्टिंग कहाँ से ख़रीदे ?

वैसे तो बहुत सारे companies है जो वेब होस्टिंग सर्विस provide करते है। यहाँ आपको बहुत सारे ऑप्शन मिलते है होस्टिंग सर्विस के परन्तु  आपको आपके जरुरत के हिसाब से सेलेक्ट करना  होगा की कौन सी कंपनी की होस्टिंग सर्विस ठीक रहेगा आपके लिए। होस्टिंग खरीदने से पहले कुछ जानकारियाँ है जो आपको जानना जरुरी है –

  1. Disk Space 
  2. Bandwidth 
  3. Uptime 
  4. Backup 
  5. Customer Support 

Disk Space :-

जिस प्रकार हमारे कंप्यूटर में 500 GB और 1 TB storage capacity होता है। उसी प्रकार hosting service में भी disk space होता है जहाँ हम अपने पूरे data file आदि को स्टोर करके रखते है। आप अपने जरूरतों को ध्यान में रखते हुए अपने लिए best hosting plan ही चुने ताकि आपको किसी प्रकार का कोई दिक्कत न हो। 

Bandwidth :-

एक sec में  आपकी website के कितने data access कर सकते है उसे हम bandwidth कहते है। अधिक bandwidth से एक ही समय में ज्यादा लोग आपकी website को access कर सकते है बिना किसी रुकावट के। अगर low bandwidth है तो ज्यादा visitor होने के करण website की speed down हो जाती है। 

Uptime :-

आपका  website जितने time online  या उपलब्ध रहता है उसे uptime कहते है। कई बार आपने किसी website को open करने की कोशीश की होगी परन्तु server down होने के वजह से वह नहीं खुल पाता  जिसे downtime कहा जाता है। इन सभी बातो को ध्यान में रखकर  ही best hosting plan चुने वैसे तो आजकल हर hosting company 99 % uptime  देने का वादा करती है। 

Backups :-

Hosting plan choose करते समय ध्यान दे की आपका hosting provider आपको backup की सुविधा दे रहा है या नहीं क्योकि कभी -कभी कुछ जरूरी data गलती से अगर delete हो जाए तो उसे recover किया जा सके। 

Customer support :-

लगभग सभी hosting provide करने वाली कम्पनियाँ 24*7  service देने का वादा करती है पर ऐसा नहीं होता है तो hosting plan चुनने समय ध्यान देना जरूरी है की किसी प्रकार की hosting से related problem आने पर वे कैसे help करेंगे। क्या phone में बात करके problem solve किया  जाएगा ? या email के जरिये आपकी समस्या का समाधान निकालेंगे आदि इन बातो का विशेष ध्यान दे।

 

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