Artificial Intelligence Kya Hai और कैसे काम करता है ?

Last Updated on September 19, 2022 by Anupam

Artificial Intelligence kya hai ? या कृत्रिम बुद्धिमत्ता क्या है ? What is AI ? ये  सवाल आपके मन में आ रहे होंगे। दोस्तों आज इस  टेक्नोलॉजी के युग में बहुत सारे नए नए आविष्कार हो है। अगर हम बात करे Alexa , Google Home ,Amazon Echo ये सभी AI के उदाहरण हैं। पर आज भी आप में से बहुत लोग ऐसे है जो इस आविष्कार का अपने जीवन में प्रयोग तो कर रहे है किन्तु आपको पता नहीं है कि आखिर ये AI क्या होता है ? कैसे काम करता है। आज हम AI की सम्पूर्ण जानकारी देंगे और साथ ही उसके फायदे और नुक्सान के बारे में भी चर्चा करेंगे।

Artificial Intelligence kya hai ? कृत्रिम बुद्धिमत्ता क्या है ?

Artificial Intelligence kya hai
image credit- Pexels

 

AI का full form Artificial Intelligence होता है। AI तकनीक से  मशीनों को इस प्रकार से बनाया जाता है जो इंसानो की तरह किसी समस्या को समझ कर उसका समाधान निकाल सके।

दूसरे शब्दो में कहा जाए तो जिस प्रकार हमारा इंसानी दिमाग़ किसी भी कार्य को करने से पहले उसे समझता है और फिर सही तरीके से उसे पूरा करता है और अगर उस कार्य में कोई गलती हुई हो तो उसे सुधार कर पूरा करता है वैसे ही AI तकनीक में मशीनों में ऐसे सॉफ्टवेयर प्रोग्राम को develop करके install किया जाता है जो उस कार्य को करने से पहले उसे समझे और फिर सही तरीके से उस कार्य को पूरा करे। इन सॉफ्टवेयर को उन मशीनों के कार्य के अनुसार develop किया जाता है। जो मशीन जिस कार्य के लिए बनाया गया हो उसमे उसके हिसाब का सॉफ्टवेयर develop किया जाता है।

ये कंप्यूटर सिस्टम में किया जाता है ,इसमें तीन process मुख्य है।  पहला है learning  जिसमे हम मशीनों के दिमाग़ में information  डालते है और कुछ रूल्स सिखाते है जिससे की वो उन रूल्स का पालन करके किसी दिए हुए कार्य को पूरा करे ,दूसरा है Reasoning इसमें मशीनों को ये इंस्ट्रक्ट किया जाता है की वो उन बनाये गए रूल्स का पालन करके results के तरफ अग्रसर हो जिससे उन्हे सही conclusion हासिल हो और तीसरा है self correction अगर रिजल्ट गलत आ रहा हो या कोई गलती हो तो उसमे self  correction कर सही रिजल्ट दे सके।

Artificial Intelligence के उदाहरण –

कुछ विशेषज्ञों का मानना है कि AI तकनीक हमारा भविष्य है लेकिन  यह हमारा भविष्य नहीं वर्तमान है। देखा जाए तो हम AI तकनीक का अपने दैनिक जीवन में उपयोग कर रहे है जैसे की कुछ उदाहरण है जो AI तकनीक की देन है।

Siri

Siri के बारे में आपलोग जानते होंगे ये एप्पल द्वारा पेश किया गया एक वर्चुअल असिस्टेंट है।  यह सिर्फ iphone और ipad में उपलब्ध है। इसमें Machine Learning टेक्नोलॉजी का उपयोग किया गया है जिससे यह हमारी भाषा और सवालो को समझता है। यह AI तकनीक का एक बेहतरीन उदाहरण है।

Tesla 

आजकल केवल स्मार्टफोन ही नहीं बल्कि Automobile industries में भी AI तकनीक का उपयोग किया जा रहा है। आप लोगो ने Tesla company के बारे में तो जरूर सुना होगा यह एक इलेक्ट्रिक कार निर्माता कंपनी है। टेस्ला कार में सेल्फ ड्राइविंग ,टेक्नोलॉजिकल इनोवेशन तथा प्रोडक्टिव कैपबिलिटी जैसे फीचर्स है।

Nest

Nest एक प्रसिद्ध ,AI  स्टार्टअप में से एक है जिसे सन 2014 में गूगल द्वारा खरीद लिया गया। Nest Learning Thermostat आपके रोज के शेड्यूल और व्यवहार  के आधार पर ऊर्जा को बचाने में मदत करता है। ऐसा करने के लिए यह Behavioral algorithm का उपयोग करता है।

Echo 

Echo अमेज़न द्वारा लांच किया गया है। यह एक ऐसा प्रोडक्ट है जो आपके सवालो का जवाब दे सकता है ,ऑडियो बुक्स पढ़ सकता है ,ट्रैफिक और weather का हाल बता सकता है। इसे और मॉडिफाई किया जा रहा है जिससे यह और भी सुविधाओं के साथ उपलब्ध होगा।

AI का इतिहास –

John Mc Carthy को AI का जनक कहा  जाता है। AI रिसर्च के बारे में सबसे पहली वार्तालाप वर्ष 1956 में Dartmouth college के कैंपस में आयोजित वर्कशॉप में हुई।

इस वर्कशॉप में सम्मलित होने वाले व्यक्तिओं को कई दशक तक अर्टिफिशियल इंटेलिजेंस रिसर्च के लीडर्स के रूप में जाना गया ,उस समय कुछ लीडर्स का मानना था कि ये AI पर आधारित यह मशीन एक पीढ़ी से अधिक समय तक कार्य नहीं कर सकती। और दुर्भाग्यपूर्ण उन्होंने इस प्रोजेक्ट पर पूर्ण  ध्यान नहीं दिया तथा 1973 में अमेरिकी तथा ब्रिटिश सरकारों की तरफ से धन देना बंद कर दिया गया। AI रिसर्च के इस कठिन समय के बाद AI Winter का नाम दिया गया।

7 वर्ष बाद जापानी सरकार ने भविष्य में AI की उपयोगिता को ध्यान में रखकर निवेशको को AI तकनीक के विकास के लिए प्रेरित किया ,किन्तु एक बार फिर से कंप्यूटर हार्डवेयर क्षमता में कमी के कारण निवेशकों ने धन देना बंद कर दिया।

परन्तु इक्कीसवी सदी में AI में निवेश तथा बढ़ती रूचि के कारण AI ने बाजार में अपनी पकड़ मजबूत बना ली है और पावरफुल कंप्यूटर हार्डवेयर के कारण शिक्षा तथा उद्योग में कई समस्याओं के समाधान के लिए AI का उपयोग  किया जा रहा है।

AI का लक्ष्य –

कई कार्य ऐसे होते है जिन्हे मनुष्यों द्वारा करने पर अधिक मेहनत साथ ही अधिक वक़्त भी  लगता है। वही AI से बने मशीन उस कार्य को अधिक कुशल और कम समय में कम खर्च में पूर्ण करते है। आजकल कई बिज़नेस इंडस्ट्री के फील्ड में AI को काम में लिया जा रहा है। हमारी रोजमर्रा की जिंदगी में AI कुछ हद तक आ चुकी है अब वो दिन दूर नहीं जब इंसान पूरी तरह इस टेक्नोलॉजी का उपयोग करने लगेगा।

AI का लक्ष्य है expert system बनाना जो इंटेलीजेंट behaviour प्रदर्शन कर सके। जो की learn कर सके उसे explain कर सके साथ ही उसका डेफिनिट रिजल्ट्स दे सके और अगर कुछ गलत हो तो उसे सेल्फ करेक्ट कर सके।

आज टेक्नोलॉजी की दिशा में AI ने कुछ उपलब्धियाँ भी हासिल की है उसका एक उदाहरण भी है एक फीमेल AI रोबोट (Sophia) । यह आपके किसी भी सवाल का जवाब आसानी से दे सकती है।

AI के प्रकार –

AI को बहुत से प्रकार में बांटा जा सकता है , लेकिन उनमे से जो मुख्य है –

  • Weak AI
  • Strong AI

Weak AI

Weak AI जिसे narrow AI के नाम से भी जाना जाता है । यह इस तरह से design किया जाता है की यह narrow टास् को पूरा कर सके। Apple का Siri एक virtual assistant है जो की weak AI का एक बहुत बढ़िया उदाहरण है ।

Strong AI –

Strong AI को जनरल AI भी कहा जाता है । इस प्रकार के AI system में मनुष्य की तरह सोचने की क्षमता होती है । इस प्रकार के Artificial Intelligence system को difficult task दिया जाए तो वह उसका समाधान आसानी से निकाल लेता है ।

Arend Hintze जो की एक assistant professor है , Michigan State University में उन्होंने AI को कुछ इस प्रकार से बांटा है –

Reactive Machine : यह मशीन बहुत बेसिक होती है क्योकि इसकी अपनी कुछ memory नहीं है । यह अपने future के काम को करने के लिए अपने past के experience का उपयोग नहीं करती । अगर उदहारण की बात करे तो Deep Blue , एक IBM chess प्रोग्राम है जिसने 1990 में Garry Kasparov को हराया था । इस गेम को इस प्रकार डिज़ाइन किया गया था की यह चैस बोर्ड के piece को identify कर लेता और possible moves को analyze करके बेहतर तरीके से अपने moves को चुनता ।

Limited Memory : इस प्रकार के AI system अपने future के decision को अपने past experience से तय कर लेते है । Self driving car में decision making function का इस्तमाल किया जाता है ।

Self Awarness : इस प्रकार के AI system खुद की चेतना शक्ति और सुपर intelligency होती है ।

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Artificial Intelligence के फायदे :-

अगर हम बात करे AI के फायदे के बारे में तो आज इस टेक्नोलॉजी ने हमारे जीवन को आसान बना दिया है । हम मशीनों की सहायता से सप्ताह के सातो दिन और 24 घंटे काम को पूरा कर सकते है बिना किसी परेशानी के और वही इंसानो की बात करे तो वह केवल सात से आठ घंटे ही दिन के काम कर पाएंगे । कई सारे ऐसे कार्य है जिन्हे इंसानो द्वारा करने में बहुत समय लगता है किन्तु आज कल मशीनों की सहायता से वह काम कुछ ही मिनट में हो जाता है । बहुत से काम ऐसे होते है जिन्हे इंसानो द्वारा करने पर कई बार इंसानो से गलतिया हो जाती है लेकिन मशीनों द्वारा उसी कार्य को बिना किसी गलती के पूरा किया जा रहा है।

Artificial Intelligence के नुकसान :-

इंसानो ने टेक्नोलॉजी की दुनिया में जहाँ इतनी तरक्की की है । टेक्नोलॉजी से अपने कार्यो को आसान बना लिया हैं , जहाँ टेक्नोलॉजी के अनेको फायदे है वही इसके कुछ नुकसान भी है -इंसानो में भावनाये होती है , सही गलत की समझ होती हैं वे गंभीर स्थिति में भी कार्य को समझ कर सही निर्णय लेकर कार्य को पूर्ण करने में सक्षम होते है । परन्तु मशीनों में भावनाये नहीं होती , उनमे जिस तरह का सॉफ्टवेयर प्रोग्राम किया जाता है वे उसी का instruction follow करते है , यानि उन्हें सही या गलत की समझ नहीं होती है उन्हें जो instruction दिया जाता है वे वैसे ही कार्य करते है । अतः अगर उन्हें किसी गंभीर स्थिति का सामना करना पड़ेगा तो वे निर्णय नहीं ले पाएंगे और गलत तरीके से काम करेंगे ऐसे स्थिति में वह breakdown हो जायेंगे ।पहले इंसान अपने कार्यो को स्वयं पूरा किया करते थे वही आज वे पूरी तरह से मशीनों पर निर्भर होते जा रहे है जो भविष्य के लिए सही नहीं है । इंसान जिस कार्य को कम खर्च में पूर्ण कर सकता है वही अगर मशीनों की सहायता लेते है तो समय की बचत तो होगी परन्तु उन मशीनों को बनाने में खर्च भी अधिक लगते है, उसके रख – रखावों में भी अधिक लागत लगेगी । और जब सारे कार्य मशीनों की सहायता से पूर्ण होंगे तो ऐसे में बेरोजगारी भी बढ़ेगी ।

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मैं आशा करता हु की यह लेख Artificial Intelligence क्या है ? आपको समझ आया होगा । अगर आपको यह पोस्ट पसंद आया होगा तो इसे share जरूर करे ताकि अन्य लोग भी इस जानकारी से वंचित न रहे । आपका कोई सवाल या सुझाव हो तो comment में जरूर लिखे ।

 

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